गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

उत्तराखंड म लोकसभा चुनाव 2024 सम्पन्न ह्वेन ...



  

उत्तराखंडे कि पंची लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत जू दिखण म आई, वे से राजनीतिक दलों अर उम्मीदवारों कि जिकुड़ी घँगतोल म होली कि क्या ह्वाल। प्रचार अर जागरूकता अभियान क तमाम कोशिशों क बावजूद भी  उत्तराखंड का मतदाता बड़ी संख्या म अपण घरो बटी भेर नि निकल। एक तरफ हमते यू भी चेणु, वू भी चेणु - गाली दीण म पिछने नि रैंदा, अर जब सरकार चुनण कि बात आई त घर म बैठया रेन

अभी तक चुनाव आयोग क अनुसार राज्य म 57.24 प्रतिशत मतदान ह्वे यू 58 फीसदी तक जाई सकदू किले कि कुछ सर्विस मतदाता, मतदान कर्मचारियों क मत, दिव्यांग व 85 वर्ष से अधिक आयु क मतदाताओं कू वोट ये म शामिल नि छन राज्य म 83,37,914 माsन केवल 47,72,484 मतदाताओं न अप मताधिकार कू प्रयोग करि यीं बेर टिहरी म 53.82 (पिछल साल 58.30), गढ़वाल म 52.42 (पिछल साल 54.47), अल्मोड़ा 48.82 (पिछल साल 51.82), नैनीताल 62.47 (पिछल  साल 68.69), हरिद्वार 63.53 ( पिछल साल 68.92) मतदान कू % राई।  सबसे कम अल्मोड़ा म अर सबसे ज्यादा हरिद्वार म मतदान कू प्रतिशत राई।

भू-कानून, मूल निवास, पलायन, अर भाषा संविधान की 8 वीं अनुसूची म स्थान जन मुख्य मुद्दा हावी छन पर वोट त करदा, एकता त दिखांदा। दैं या बैं  जने भी वोट दींदा - पर अफसोस च कि हमर उत्तराखंडी बंधु बिल्कुल भी राज्य हित/देशहित नि सुचणा छन - बाकी संस्कृति क नाम पर नचै ल्यावा,फूहड़ता ते दिखाणा रंदीन। संस्कृति अर संस्कारों की भी हेंस उड़ाना रंदीन। साहित्य, भाषा अर हमर रीति रिवाज केवल प्रदर्शन म दिखेणी च। जबकि हमरी संस्कृति, धर्म अर भाषा - साहित्य मनखियो अर समाज क रूप म हमारी पहचान क अभिन्न अंग छनयू हमर विश्वास, मूल्यों अर परंपराओं ते आकार दिंदीन। हमते अपनी जड़ों से संबंधित अर संबंध की भावना प्रदान करदिन। हमरी विरासत क इन पहलुओं ते महत्व दीण अर संरक्षित कर महत्वपूर्ण , किले कि समझण जरूरी च कि हम कख बटी छा अर हम कु छाहमर मौलिकता अर विरासत बणी राव।

मतदान कू अधिकार, भारत म लोकतंत्र की आधारशिला च, जू  नागरिकों ते राजनीतिक परिदृश्य ते आकार दीण  अर अपर नेताओं ते जवाबदेह ठहराण की शक्ति प्रदान करदू। चुनौतियों अर सीमाओं क बावजूद, मतदान कू अधिकार सामाजिक परिवर्तन अर प्रगति क वास्ता एक शक्तिशाली उपकरण च। समावेशिता अर भागीदारी शासन क सिद्धांतों ते बणाई रखिकन, भारत अपणी लोकतांत्रिक नींव ते मजबूत करण जारी रख सकदी अर एक अधिक न्यायसंगत अर प्रतिनिधि समाज सुनिश्चित कर सकदू।


मतदान एक मौलिक अधिकार च अर भारत सहित के  भी लोकतांत्रिक समाज म एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी च। मतदान कू कार्य मनखियों ते अपनी सरकार ते आकार दीण अर उंक जीवन ते प्रभावित करण वोली नीतियों ते  प्रभावित करण म आवाज उठाणे की अनुमति दीन्द। भारत म मतदान क कई लाभ छन
, अर यू लाभ केवल मतपत्र डलण क कार्य से अगनै च।

वोटिंग म भाग लीण से अधिक राजनीतिक जागरूकता अर शिक्षा कु संचार हूँद, किले कि मनखी अपण मूल्यों अर विश्वास क आधार पर अपण वोट क बारे म सूचित निर्णय लीण चांsद। भारत म मतदान एक स्वस्थ लोकतंत्र अर एक संपन्न समाज क वास्ता आवश्यक च। यह महत्वपूर्ण च कि सभी पात्र नागरिक अपण  मताधिकार क प्रयोग करेन अर सब्यू क वास्ता निष्पक्ष अर न्यायपूर्ण समाज सुनिश्चित करने कुण लोकतांत्रिक प्रक्रिया म सक्रिय रूप से भाग ल्यावन।

- प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल / दिल्ली 

(अपनी बोलि अर अपणी भाषा क दग्डी प्रेम करल्या त अपणी संस्कृति क दगड जुडना मा आसानी होली)

गुरुवार, 8 फ़रवरी 2024

ऐतिहासिक समान नागरिक संहिता विधेयक-2024 उत्तराखण्ड विधानसभा म पारित



ऐतिहासिक समान नागरिक संहिता विधेयक-2024 उत्तराखण्ड विधानसभा म पारित

7 फरवरी कुण उत्तराखण्ड विधानसभा म भारतीय संविधान क अनुरूप ऐतिहासिक अर महत्वपूर्ण "समान नागरिक संहिता विधेयक" पारित हूँण पर समस्त प्रदेशवासियों तै हार्दिक शुभकामना।

न्याय, सम्मान, समानता, सशक्तिकरण अर प्रत्येक महिला क अधिकार ते सुरक्षित अर गरिमा ते सुनिश्चित करण  वोल जनकल्याणकारी "समान नागरिक संहिता विधेयक" हेतु माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी अर उत्तराखण्ड सरकार ते हार्दिक बधै।

मुख्यमंत्री धामी जी न ब्वाल कि माँ गंगा अर यमुना क उद्गम स्थल देवभूमि उत्तराखण्ड बटी निकली यूसीसी क रूप म समानता अर समरूपता कि या अविरल धारा संपूर्ण देश कू पथ प्रदर्शित करयल। यू विधेयक मातृशक्ति ते सम्मान अर वूँकि सुरक्षा क प्रति सरकारे  की प्रतिबद्धता ते भी परिलक्षित करदू।    

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जीsन बोल छयाई कि '21वीं सदी कू तीसर दशक उत्तराखण्ड कू दशक च’ प्रधानमंत्री जी क दूरदृष्टि क अनूरुप 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ अर प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं क अनुरूप उत्तराखण्ड सरकार न चुनाव से पैली देवतुल्य जनता क दगड़ करयू वायदा ते पूर्ण कार।    

आज प्रदेश विश्व पटल पर एक नै पछाण बणाणू च। इतिहास रचण वोल उत्तराखण्ड विधायिका क सभी माननीय सदस्यों, यूसीसी  क ड्राफ्ट बणाण वोल कमेटी क सभी सदस्यगणों अर अपणू बहुमूल्य समर्थन दीण वोल देवभूमि की जनता तै बड़थ्वाल कुटुंब क तरफsन बधै अर शुभकामना।


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गुरुवार, 23 नवंबर 2023

इगास - उत्तराखण्ड कु लोकपर्व



इगास - 23 नवंबर, 2023 

उत्तराखण्ड म त्यौहारों कु अपर अलग महत्व च। बगवाल ( दिवली ) क ठीक ग्यारह दिन बाद इगास मनये जांद। द्वि आखर - इगास क्या च, किले मनये जांद अर कन  म मनये  जांद।

त्यौहार कै न कै मान्यता क दगड़ जुडया छन – हमर सनातन धर्म म देबी दिबताओं क दगड़, क्षेत्रिय मान्यताओं क दगड़ या क्वी व्यक्ति विशेष  क दगड़।

इन मनै जांद कि रामचन्द्र जी क अयोध्या लौटsण कि खबर हमर उत्तराखण्ड क पहाड़ों म ग्यारह दिन बाद मिली। उत्तराखण्ड क लुखों न दिया जलैsन, भैलू जलैsन अर मिठsई बटिन।  बगवाल अर इगास द्वि त्यौहार ही धूमधाम से मनये जंदिन।    

एक कथा इन भी च कि तिब्बत से लडै करण क वास्ता जब हमर क्षेत्र क सेना माधो सिंह भण्डारी क नेतृत्व म जई छे जु वापिस नि आई त लोग घबरे गिन, शोक म डूब गिन। माधो सिंह भंडारी क विरोधि लुखोंsमाधो सिंह क मरे जाणsक खबर फैला द्ययाई।  माधो सिंह  भंडारी उच्छनंदन गढ़ पहुंच गे छयाई अर र गढ़पति की बेटी उदिना ते अपड़  दगड़ लये छयाई अर श्रीनगर कु युद्ध जीतीsकन  ये दिन पर वापिस  आई छयाई।    तब समस्त क्षेत्रsक लुखोंsन दीप जलेsकन खुसी मनेई।  

एक और कथा महाभारत काल से भी जुड़ी । दंत कथाओंsक अनुसार महाभारत काल म भीम ते कै राक्षस ते  युद्धsक चेतावनी दे छेबिन्डि दिनो तक युद्ध चल अर जब भीम वापस लौटिन त पांडवोंsन दीपोत्सव मनाई।  बुले जांद कि ये अवसर ते भी इगास क रूप म ही मने जांद।

गौं क सबी मनखि दिया जलन्दिन, भैलू जलन्दिन  अर पकवान बणेन्दिन। भैलू खूब खिले जांद। भैलू जलाण  क वास्ता चीड़ क डाsल क लखड़ ( किले कि लीसू बंडी  देर तक जलदू) कु प्रयोग करदिन।  बगवाल/इगास/बूढ़ी दिवाली क दिन पूजा पाठ क बाद गौं क मनखि एकठ्ठा ह्वे कन भैलो खिलदिन। गौं क लोग करतब करदिन अर पारंपरिक लोक गीतों ( भैलो रे भैलो, काखरी को रैलू / अर उज़्यलू आलो,  अंधेरों  भागलो)  पर नचदिन। पंडों, छन्चरी झूमेलों जन नृत्य खूब नचे  जंदिन।   

आज देवोत्थान एकादशी भी हून्द। धार्मिक मान्यताओं क अनुसार सृष्टि क संचालक विष्णु जी दिबता चअर मैना क  योग निंद्रा से जगदिन अर पर पर कार्यभार ते सम्भलदिन। मिठ्ठा करेला अर लाल बासमती कू भात बणाई जांद।

आप सब्यू ते इगास अर देवोत्थान एकादशी कि हार्दिक बधै, शुभकामना छन  

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शनिवार, 18 नवंबर 2023

गुठयार लग्यूं च



 

खतणू च क्वी, बिराणू च क्वी

बुलणू च क्वी, सनकौणू च क्वी

बुतणू च क्वी, खाणू च क्वी

सर्याणू च क्वी, बोकणू च क्वी

 

धाद लगणि च, कुछ त बटेणु च कखि

धुवां उठणू च, कुछ त फुकेंणु च कखि

धूल उडणि च, कुछ त सोरेणु च कखि

धूपेणु यख च, दिबता नचणू च कखि

 

ठेकदार बणिक, हेंक ते सताणा छन

लिखयूं हैंका कू, जोर से बुलणा छन

ज्यूंद ते फुकणा, मुरया ते नवाणा छन

अफू छन पकौणा, हैँक ते कटणा छन

 

सब्यूं क, अपर - अपर गुठयार लग्यूं च

घचपच म, खमणाट तख खूब सुणेनि च

बिग्ड्यूं च, मरखुया बणिक सिंग्याणु च

धद्याणु च, मौका मिलद ही कच्याणु च 

 

खिगताट कना, अपरि हैन्स उड़ाणा छन

भरयूं पुटुक, रवटी हैँककि चुंगन्याणा छन

नेता बण्या, अपरु गुठयार म पौछाणा छन

मलासि कि, फुसलै कि मौ चमकाणा छन

 

प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल

25 अक्टूबर, 2023 


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बुधवार, 1 नवंबर 2023

म्यार आखर - मेरा कबिता




https://www.youtube.com/watch?v=W0DsMu-_g38



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