गुरुवार, 27 मई 2010

मी उत्तराखंडी छौ - एक सर्वे


मी उत्तराखंडी छौ - एक सर्वे जै मा 90 लुखो न भाग लैयी। आप क वास्ता

1. खुशी ह्वाई कि 90 लुखो ने भाग लेई।
2.
गढवाल कुमांऊ हमर  उत्तराखंड की शान छन।

3. यू भि खुसि की बात  कि बिंडि लोग अपणी भासा/बोलि क प्रयोग कर दिन।हिन्दी ज्यादा लोग बुलदिन (या मा हम लोग थोडा कोशिश करि सकदवा।
4.
अच्छू लग कि अपणो व्यजनो क दगड लोग स्नेह रखदिन।
5.
संस्कृति से भी काफी लोग परिचित छन।


6. या भी खुसि क बात च कि लोग जणद छिन अर फिर भी सिखण चदिंना।
7.
उत्तराखंड / भारत और अन्य देशो मे रेण वोल भी या मा शामिल ह्वेन।
8.
काफी ज्यादा लोग उत्तराखंड समूह से जुड्या छन अर जुडन भी चाहण छन।


9. संस्कृति क दगड जुड्या खेला मेलो क तरफ भी ध्यान च।
10.
खुशी ह्वाई कि बहुत से मित्र कुमाऊँनी/गढवली मा लिखण चाहंदिन। जू भी दगड्यो न हामी जतै सब्य़ु ते आमत्रण भेजियाली ये ब्लाग मा लिखण क वास्ता।


शुक्रिया जु दगड्यो न भाग लेई अर वूं सबी मित्रो कु भी अब ये ब्लाग मा भी अपर योगदान दीणा कुण भी तैयार छन।
-प्रतिबिम्ब बड्थ्वाल, अबु धाबी, यूएई
(अपनी बोलि अर अपणी भाषा क दग्डी प्रेम करल्या त अपणी संस्कृति क दगड जुडना मा आसानी होली)

4 टिप्‍पणियां:

  1. आप तैं गढ़वाली म्ह ल्योख्णूं दयेखी तैं बोत खुशी ह्वेई। आपकू ब्लॉग की फीड सबस्क्राइब कल्ली च। आगे भी पड़णा रोला आपतें।

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  2. शुक्रिया..लेकिन मुश्किल या च कि अपणा लोग ज़रा कम ही दर्शन दीदिन इखमा। बाकि जगह सबी त फुरसत च पर इख आण मा या लिखण मा भारी औंसान आंदि....

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