बुधवार, 4 अगस्त 2010

द ब्वाला बल ....

एक कल्चर प्रोग्रामम में किसी ने , एक सज्जन का मुझ से परिचय कराते हुए कहा .. "पाराशर जी , ये भी आपके इलाक से है ..मिल , बड़ा गर्म जोशी से हाथ मिलै कि , बिना लंग लपोड़ कैकी सीधा , उसै अपणी माँ बोली , याने गड्वाली माँ पूछी .... " आप गडवाली छा "
उन बोली '_------- जी ... हा..., मै गड्वाली हूँ "
मिन बोली ... " क्या आप गड्वाली बोली लिंदा .."
उन बोली ... " मै समझ सकता हूँ लेकिन बोल नहीं पाता "
मिन बोली " किलै ?.."
उन बोली .. " कभी मौका ही नही मिला !"
मिन बोली ..."--- मिन बोली आप थै आपणा बुडा ददो नो याद छ ?
उबं बोली .. " ये क्या होता होता है ?"
उन बोली ..... अभी अभी त आपन बोली कि मै बींग तो सकता हूँ पर बोल नहीं सकता हूँ ? "
मिन समझाई . " बुडा कु मतलब बुडा दादा , याने को पीता ...का पिता !
उन बोली ....." ओ, ई सी ........ /// " शायद कोई.... , सिंह था ! पका पता नहीं ? "
मिन बोली .. " कवी चचा उचा ... उकु नो , त , याद होलू ?"
उन बोली ... " सबसे बड़े चाचा का नाम करामती सिह , सबसे छोटे का नाम गुमनाम और दो बीच वालो का नाम मुझे याद नहीं है ! "
मिन बोली .. .उ कु नो किलै नि याद ? "
उन बोली ..... " वो गौ में रहते है ना ....., इसिलए .."
मिन बोली ... " वो, ई सी.... पर क्या तुम कभी गौ न जांदा क्या ?"
उन बोली ... " गया था एक बार , जब मै छोटा था !"
मिन बोली ... " एक बार क्यों ?'
उन बोली .....'उसके बाद मुझे मोका ही नहीं मिला !"
मिन बोली " मिन सवाल कई कि आप पद्या लिख्या त ह्वैल्या ही ?
उन बोली ...... :' जी जी.. , पी यच डी इन हिस्ट्री ? "
मिन बोली .... " अकबरो ददो नो क्या छो ? '
उन झट से बोली ... " बाबर ..?"
मिन बोली _ " बाबरो बेटा कु ?
उन बोली ....... " हुमायु ..."
मिन बोली ...... " त आप थै युका दादो का नो याद छी पर अपण ना ! इन किलै ?
उन बोली ...... " दादा का नाम बहुत है क्या करना है उन्हें याद करके ? कौन से उन्होंने हमें रोटी देनी है ! इनको याद करके सरकार हमें इनाम देती है ! रोजगार देती है !

मिन बोली ... " आप के गडवाल का छा ?" टेहरी, पोड़ी चमोली ....
उन बोली .... " माफ़ करे .. मै मुबई से हूँ ? जहा एक ही नारा है आम छे मुबई ....///

पराशर गौर
मई ९ २०१० रात १०३९ पर

4 टिप्‍पणियां:

  1. min bhi kharyun log dekhi jan jaun tei garhwal bonn ma sharam aandi....

    जवाब देंहटाएं
  2. ek baat aur , Garhwali aur Kumaoni ko 8th schedule of the constitution mey add karne ki baat chal rahi hai ...
    yaanku matlab yu ch ki , ab humari boli , bhasha ban jeli....
    par dikhda chhan kadga time lagalu ye maa.

    जवाब देंहटाएं
  3. या का बाना ही यू ब्लाग अर फेसबुक मा पेज़ बण्यो च पराशर जी कि कम से कम लोग अपणा आप तै पहचाणाल ...

    जवाब देंहटाएं