बुधवार, 2 फ़रवरी 2011

अज्यु भी

कर्ज गाड़ गाडी
पुंगडी बेच - बेची
पोर वीं घडयाला धनी
कति, खाडु-बुगट्या मनी
फिर भी जन्या तनी !
मिन बोली ..,
कुछ फैदा हुण भी चकि, सुधि इनी
वा बोली ....
कुछ ना ..., अज्यु भी उनी , जन्या तनी !
मिन सवाल कै..
अग्वाडीकु कवी कार्यक्रम , या ह्वेगी
वो बोली ..
भैजी, बस छाया अर छादु पूजन रैगी !
मिन बोली -पूजा पूजा
तू त की हवेली ठीक पर हाँ
पूज्यरियुंकि पो- बहार , अर मजा एगी !

पराशर गौर
दिनाक २९ जनबरी २०११ समय १०.३४ पर

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